बुधवार, 1 मई 2019

मैं ही मैं नही

तुम्हें भूला सकना 
मेरे वश में नही 

नही है 
मौत भी 
मुकम्मल अभी 

रस्ते घर गलियाँ 
गुजरती है 
तुझमें से ही 
मुझमे

लगता है 
बस मैं ही मैं नही 

रेखाचित्र व कविता - रवीन्द्र भारद्वाज


14 टिप्‍पणियां:

  1. बेहद खूबसूरत अच्‍छी रचना पढ़वाने के लि‍ए आभार...!

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  2. ब्लॉग बुलेटिन टीम और मेरी ओर से आप सब को मजदूर दिवस की हार्दिक मंगलकामनाएँ !!

    ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 01/05/2019 की बुलेटिन, " १ मई - मजदूर दिवस - ब्लॉग बुलेटिन “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !

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    उत्तर
    1. ब्लॉग बुलेटिन में इस रचना को संकलित करने के लिए आभार आदरणीय सादर

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  3. बहुत सुंदर रचना। मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है।
    iwillrocknow.com

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  4. रस्ते घर गलियाँ
    गुजरती है
    तुझमें से ही
    मुझमे...

    बहुत सुंदर भावाभिव्यक्ति !!!

    जवाब देंहटाएं

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