मुझे तेरी चाहत की कसम लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
मुझे तेरी चाहत की कसम लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

मंगलवार, 9 अप्रैल 2019

मुझे तेरी चाहत की कसम

मुझे तेरी चाहत की कसम 
जबतक जिऊंगा 
तुम्हारे इश्क़ में जिऊंगा 

मुझे किसकी परवाह किसकी फ़िक्र 
जबतक ना मौत आये 
तुम्हे अपने सीने से लगाने के लिए 
तकदीर से लडूंगा 

मानांकि 
मेरा कोई हक नही बनता तुमपर 
पर तुम्हे छोड़ दू 
ये सोचकर 
कि मेरे गैर तुम्हारे अपने तुम्हारा ख्याल रखेंगे 
ऐसी बातों पर मुझे विश्वास नही तनिक 

रेखाचित्र व कविता - रवीन्द्र भारद्वाज

सोचता हूँ..

सोचता हूँ.. तुम होते यहाँ तो  बहार होती बेरुत भी  सोचता हूँ.. तुम्हारा होना , न होना  ज्यादा मायने नही रखता यार !  यादों का भी साथ बहुत होता...