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गुरुवार, 3 जनवरी 2019

प्यार का आशियाँ

Art by Ravindra Bhardvaj
प्यार का आशियाँ 
पंछी के घोंसले जैसा होता हैं 
हरकोई बहुरुपियाँ होता हैं 
जब चढ़े नजर में किसीके 
उजाड़ जाता हैं 

पता नही कौन-सी ख़ुशी मिलती हैं उनको 
पता नही किस प्रयोजन से नष्ट करता हैं 
हरकोई 
प्यार का आशियाँ 

ऐ प्यार के आशियाँ नष्ट करनेवालों !
जिसदिन तुम्हारा मन हो 
बताना जरुर 
क्यों ?
- रवीन्द्र भारद्वाज 

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