सादर नमन ....
मेरे भाइयों !
प्रभू तुम्हारी आत्मा को
शांति दे
मित्रो !
छुपकर हमला करना
गीदड़ो को आता हैं
हिन्दुस्तान तो शेर हैं
और शेर के बच्चो की कुर्बानी
जाया नहीं जायेगीं
द सर्जिकल स्ट्राइक
से
बड़ा कदम
(शोक मना लेने दो मेरे अजीज
दुश्मनों)
हम उठायेंगे..
कविता - रवीन्द्र भारद्वाज
चित्र - गूगल से साभार
नम आँखें उसी क़दम का इंतज़ार कर रही बदला नहीं चाहिए, पर फ़िर ऐसी क़ुरबानी भी नहीं ....|
जवाब देंहटाएंसादर
सच कहा आदरणीया।
हटाएंकिंतु कायरता से हमला करना.....
सबक तो सिखाना पड़ेगा
नही तो आगे ऐसी और घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं...
सादर