प्रेम अनुभूति का विषय है..इसीलिए इसकी अभिव्यक्ति की जरूरत सबको महसूस होती है.. अतः,अपनी मौलिक कविताओं व रेखाचित्रो के माध्यम से, इसे अभिव्यक्त करने की कोशिश कर रहा हू मैं यहाँ.
बुधवार, 16 जनवरी 2019
सोमवार, 14 जनवरी 2019
रविवार, 13 जनवरी 2019
शनिवार, 12 जनवरी 2019
शुक्रवार, 11 जनवरी 2019
उम्र रफ़्ता-रफ़्ता गुजरती रही
उम्र रफ़्ता-रफ़्ता गुजरती रही
सुध न था
बेसुध हो
चलता रहा..
यहाँ-वहाँ
मिली ठोकरे हजार
पर दिल सम्हलता रहा
जैसे लगा हो ठोकर
अभी तो पहली बार.
तुमसे मिलकर
मेरी दुनिया ही बदल गई
लगा
जीने लगा हूँ
भूलकर बातें तमाम.
वो वक्त था खुशनुमां
तो ये वक्त भी नही बुरा
सोचकर
तेरी यादो के कारवाँ संग गुजरता रहा..
रेखाचित्र व कविता - रवीन्द्र भारद्वाज
गुरुवार, 10 जनवरी 2019
बुधवार, 9 जनवरी 2019
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सोचता हूँ..
सोचता हूँ.. तुम होते यहाँ तो बहार होती बेरुत भी सोचता हूँ.. तुम्हारा होना , न होना ज्यादा मायने नही रखता यार ! यादों का भी साथ बहुत होता...

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