रविवार, 30 दिसंबर 2018

गरीब सबसे पहले नंगा हो जाता है

Art by Ravindra Bhardvaj
बच्चे 
नंगे ही 
भले-चंगे लगते है 
गरीब के 

सूट-बूट में ही 
अच्छे लगते है 
अमीर भी 

अमीर 
आखिर,
सबको नंगा करना चाहते है 

और गरीब 
सबसे पहले नंगा हो जाता है 
- रवीन्द्र भारद्वाज 

1 टिप्पणी:

सोचता हूँ..

सोचता हूँ.. तुम होते यहाँ तो  बहार होती बेरुत भी  सोचता हूँ.. तुम्हारा होना , न होना  ज्यादा मायने नही रखता यार !  यादों का भी साथ बहुत होता...