गुरुवार, 20 दिसंबर 2018

ये दिल ! क्यू प्यार करे !

Art by Ravindra Bhardvaj
बेपरवाह प्यार के सहारे 
कोई कबतक जीए

मरना तो सबको हैं एकदिन 
जीते जी 
फिर क्यू मरे !

उस प्यार में 
दाग है 
जगह-जगह.. 

फिरभी ये दिल !
क्यू प्यार करे !
- रवीन्द्र भारद्वाज

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