मंगलवार, 5 नवंबर 2019

एक नाव और एक नदी

एक नॉव थी 
एक नदी थी 

दोनों का रिश्ता आत्मीय था

अचानक से एक तूफान आया 
और नॉव डूब गई 

नदी खुदको माफ नही करती 
क्योंकि वो 
उसी में डूबा था 

और नॉव धंसकर भी 
नदी के छाती में 
धन्य समझता था 
खुदको 


- रवीन्द्र भारद्वाज


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