शुक्रवार, 9 अगस्त 2019

मेरे दोस्त !

एक समय था
वो थी 
मै था
और तुम थे मेरे दोस्त !

एक समय है ये भी 
वो अजनबी है
मै अभागा हूँ 
और तुम हो बेसहारा मेरे दोस्त ! 

रेखाचित्र व कविता - रवीन्द्र भारद्वाज

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