रविवार, 23 जून 2019

कौन सा रिश्ता

वो जो बातें थी 
बेतरतीब सी 
उनका कोई न कोई मकसद तो जरूर होगा
कहने और सुनने का 

तुम यू ही नही रहना चाहते थे करीब मेरे
कोई न कोई रिश्ता तो जरुर बनाना चाहते होंगे
है ना

यार ! मैने पूछा भी नही कभी तुमसे 
(कौन सा रिश्ता)
और तुमने भी नही कहा कभी कुछ

कविता - रवीन्द्र भारद्वाज

चित्र - गूगल से साभार


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें