प्रेम अनुभूति का विषय है..इसीलिए इसकी अभिव्यक्ति की जरूरत सबको महसूस होती है.. अतः,अपनी मौलिक कविताओं व रेखाचित्रो के माध्यम से, इसे अभिव्यक्त करने की कोशिश कर रहा हू मैं यहाँ.
मन की पीड़ा लिख रहे हो क्या जी
सादर आभार जी..आपकाहाँ, कुछ-कुछ ऐसा ही है..
जिसको लिखा वो पढ़लेगी क्या ?
हाँ,पढ़ तो लेगी..पर पता नही वो मेरे ब्लॉग पर आती है कि नही..
बहुत खूबसूरत सृजन
आपकी कम्युनिटी(समुदाय)भी सुंदर है
जी बहुत-बहुत..धन्यवाद आपका मान्यवर जी !
Meena Bhardwaj जी आपका बहुत-बहुत आभार
बहुत कम शब्दों में अपने मन की पीड़ा कह दी. बेहतरीन रचना. Keep it up
जी सादर आभार आपका..I will try ..'धनतेरस' और 'दीवाली' की हार्दिक शुभकामनाए..
मन की पीड़ा लिख रहे हो क्या जी
जवाब देंहटाएंसादर आभार जी..आपका
हटाएंहाँ, कुछ-कुछ ऐसा ही है..
जिसको लिखा वो पढ़लेगी क्या ?
हटाएंहाँ,पढ़ तो लेगी..
हटाएंपर पता नही वो मेरे ब्लॉग पर आती है कि नही..
बहुत खूबसूरत सृजन
जवाब देंहटाएंआपकी कम्युनिटी(समुदाय)भी सुंदर है
हटाएंजी बहुत-बहुत..धन्यवाद आपका मान्यवर जी !
हटाएं
हटाएंMeena Bhardwaj जी आपका बहुत-बहुत आभार
बहुत कम शब्दों में अपने मन की पीड़ा कह दी. बेहतरीन रचना. Keep it up
जवाब देंहटाएंजी सादर आभार आपका..I will try ..
हटाएं'धनतेरस' और 'दीवाली' की हार्दिक शुभकामनाए..