शनिवार, 3 नवंबर 2018

मुझे बहुत ही अच्छा लगता है..


सर्दी की धूप
और तुम

दोनों की आग़ोश में रहना
मुझे बहुत अच्छा लगता है..

मुझे बहुत कुछ और भी अच्छा लगता है
जैसे-
तुमसे बातें करना
तुम्हारी तारीफ़े सुनना
तुम्हारे कॉलेज से लौटने का इंतजार करना..
रेखाचित्र व कविता - रवीन्द्र भारद्वाज 

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