प्रेम अनुभूति का विषय है..इसीलिए इसकी अभिव्यक्ति की जरूरत सबको महसूस होती है.. अतः,अपनी मौलिक कविताओं व रेखाचित्रो के माध्यम से, इसे अभिव्यक्त करने की कोशिश कर रहा हू मैं यहाँ.
क्या बात है आदरणीय रवीन्द्र जी। भूले नहीं भूलते वे दिन।
अत्यंत आभार...... आदरणीय सच में भूले नही भूलते वे दिन..
बहुत ख़ूब सादर
जी बहुत-बहुत आभार...... आदरणीया
...बहुत सुन्दर अहसास
सहृदय आभार ........आदरणीय
क्या बात है आदरणीय रवीन्द्र जी। भूले नहीं भूलते वे दिन।
जवाब देंहटाएंअत्यंत आभार...... आदरणीय
हटाएंसच में भूले नही भूलते वे दिन..
बहुत ख़ूब
जवाब देंहटाएंसादर
जी बहुत-बहुत आभार...... आदरणीया
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