राग

प्रेम अनुभूति का विषय है..इसीलिए इसकी अभिव्यक्ति की जरूरत सबको महसूस होती है.. अतः,अपनी मौलिक कविताओं व रेखाचित्रो के माध्यम से, इसे अभिव्यक्त करने की कोशिश कर रहा हू मैं यहाँ.

▼
वक्त की की शरारत हैं ये लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
वक्त की की शरारत हैं ये लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
शनिवार, 23 फ़रवरी 2019

वक्त की की शरारत हैं ये

›
जिन्हें मुझसे मिलना था  वो गैरों से मिल गये  जिनसे हमें मिलना था  वो कबका हमें भूल गयें  वक्त-वक्त की बात हैं ये  आखिर व...
11 टिप्‍पणियां:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
रवीन्द्र भारद्वाज
काव्य-सृजन, चित्रांकन, अध्यापन
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें
Blogger द्वारा संचालित.