राग

प्रेम अनुभूति का विषय है..इसीलिए इसकी अभिव्यक्ति की जरूरत सबको महसूस होती है.. अतः,अपनी मौलिक कविताओं व रेखाचित्रो के माध्यम से, इसे अभिव्यक्त करने की कोशिश कर रहा हू मैं यहाँ.

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बुधवार, 31 अक्टूबर 2018

बेवजह

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तू चली गई बेवजह क्या बेवजह मिले थे हम नही न तो फिर क्यों तोड़ दिया बरसों पुराना रिश्ता अचानक रेखाचित्र व कविता...
मंगलवार, 16 अक्टूबर 2018

बेवजह

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ढेर सारी बाते  की हमने  तू रूठ गयी फिरभी  मै टूट गया बेवजह  बेवजह  परेशान होता जा रहा हू मै इनदिनो...
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रवीन्द्र भारद्वाज
काव्य-सृजन, चित्रांकन, अध्यापन
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