राग

प्रेम अनुभूति का विषय है..इसीलिए इसकी अभिव्यक्ति की जरूरत सबको महसूस होती है.. अतः,अपनी मौलिक कविताओं व रेखाचित्रो के माध्यम से, इसे अभिव्यक्त करने की कोशिश कर रहा हू मैं यहाँ.

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रविवार, 3 फ़रवरी 2019

दो पंछी

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दो पंछी  एक-दुसरे के हमदम  एक-दुसरे के साथी ! बिजली की नंगी तार पर  बैठे हैं वो दो पंछी  जो लगभग मूर्तिवत हैं  सुबह, स्व...
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रवीन्द्र भारद्वाज
काव्य-सृजन, चित्रांकन, अध्यापन
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