राग

प्रेम अनुभूति का विषय है..इसीलिए इसकी अभिव्यक्ति की जरूरत सबको महसूस होती है.. अतः,अपनी मौलिक कविताओं व रेखाचित्रो के माध्यम से, इसे अभिव्यक्त करने की कोशिश कर रहा हू मैं यहाँ.

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शुक्रवार, 25 जनवरी 2019

तुम शायद जानती हो ये

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मेरे दर्द की दवा तू हैं  तुम शायद जानती हो ये  मैंने सारी दुनिया से बैर लिया  तुमसे प्रेम करके  तुम शायद जानती हो ये  ...
2 टिप्‍पणियां:
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रवीन्द्र भारद्वाज
काव्य-सृजन, चित्रांकन, अध्यापन
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