राग

प्रेम अनुभूति का विषय है..इसीलिए इसकी अभिव्यक्ति की जरूरत सबको महसूस होती है.. अतः,अपनी मौलिक कविताओं व रेखाचित्रो के माध्यम से, इसे अभिव्यक्त करने की कोशिश कर रहा हू मैं यहाँ.

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गुरुवार, 11 अप्रैल 2019

जीने दो मुझे

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जीने दो मुझे  बड़ी मुश्किल से मैं जीता हूँ  खाने को भोजन नहीं मिलता  पूरे दिन धुप-बतास में भटकता -फिरता हूँ  आसमान का छत  म...
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रवीन्द्र भारद्वाज
काव्य-सृजन, चित्रांकन, अध्यापन
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