प्रेम अनुभूति का विषय है..इसीलिए इसकी अभिव्यक्ति की जरूरत सबको महसूस होती है.. अतः,अपनी मौलिक कविताओं व रेखाचित्रो के माध्यम से, इसे अभिव्यक्त करने की कोशिश कर रहा हू मैं यहाँ.
उत्तम सृजन
जी आभार आपका 🙏सादर
प्रेम दो रूहों का होता हैफिर ये राज कैसा।उम्दा कृति।पधारें - शून्य पार
बिल्कुल सही कहा आपनेआभार आदरणीय🙏सादर
बहुत सुंदर प्रस्तुति
जी आभार आपका सादर
जी नमस्ते,आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा रविवार (29-09-2019) को "नाज़ुक कलाई मोड़ ना" (चर्चा अंक- 3473) पर भी होगी।चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।आप भी सादर आमंत्रित है ….अनीता सैनी
अत्यंत आभार आपका दी
उत्तम सृजन
जवाब देंहटाएंजी आभार आपका
हटाएं🙏
सादर
प्रेम दो रूहों का होता है
जवाब देंहटाएंफिर ये राज कैसा।
उम्दा कृति।
पधारें - शून्य पार
बिल्कुल सही कहा आपने
हटाएंआभार आदरणीय
🙏
सादर
बहुत सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंजी आभार आपका सादर
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जवाब देंहटाएंजी नमस्ते,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा रविवार (29-09-2019) को "नाज़ुक कलाई मोड़ ना" (चर्चा अंक- 3473) पर भी होगी।
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
आप भी सादर आमंत्रित है
….
अनीता सैनी
अत्यंत आभार आपका दी
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