सोमवार, 1 अक्टूबर 2018

तुमसे मिलकर

Art by Ravindra Bhardvaj
तुमसे मिलकर
पुरे से लगने लगते है हम

हम प्रेम की पाती पढ़ते है
जब आ जाते है घर

और हम गीत सुनते है
खयाम का संगीतबद्ध
तेरी अनुपस्थिति में.
कविता व रेखाचित्र - रवीन्द्र भारद्वाज

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