राग

प्रेम अनुभूति का विषय है..इसीलिए इसकी अभिव्यक्ति की जरूरत सबको महसूस होती है.. अतः,अपनी मौलिक कविताओं व रेखाचित्रो के माध्यम से, इसे अभिव्यक्त करने की कोशिश कर रहा हू मैं यहाँ.

▼
विसर्जित कर आया मैं लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
विसर्जित कर आया मैं लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
बुधवार, 27 फ़रवरी 2019

विसर्जित कर आया मैं

›
विसर्जित कर आया मैं  तेरा दिया सबकुछ  लाखो बार  देखने पर  देख लिया करते थे  बेमन ही  एक-दो बार  वो नजर  तुम्हें पा...
10 टिप्‍पणियां:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
रवीन्द्र भारद्वाज
काव्य-सृजन, चित्रांकन, अध्यापन
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें
Blogger द्वारा संचालित.