राग

प्रेम अनुभूति का विषय है..इसीलिए इसकी अभिव्यक्ति की जरूरत सबको महसूस होती है.. अतः,अपनी मौलिक कविताओं व रेखाचित्रो के माध्यम से, इसे अभिव्यक्त करने की कोशिश कर रहा हू मैं यहाँ.

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बुधवार, 1 मई 2019

मैं ही मैं नही

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तुम्हें भूला सकना  मेरे वश में नही  नही है  मौत भी  मुकम्मल अभी  रस्ते घर गलियाँ  गुजरती है  तुझमें से ही  मुझमे ...
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रवीन्द्र भारद्वाज
काव्य-सृजन, चित्रांकन, अध्यापन
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