राग

प्रेम अनुभूति का विषय है..इसीलिए इसकी अभिव्यक्ति की जरूरत सबको महसूस होती है.. अतः,अपनी मौलिक कविताओं व रेखाचित्रो के माध्यम से, इसे अभिव्यक्त करने की कोशिश कर रहा हू मैं यहाँ.

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शुक्रवार, 15 फ़रवरी 2019

पलाश को हरकोई देख रहा हैं

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बसंत को  हरकोई देख रहा हैं  बसंत हैं ही ऐसा  मन को मोह लेनेवाला  पलाश को  हरकोई देख रहा हैं  पलाश हैं ही ऐसा आत्...
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रवीन्द्र भारद्वाज
काव्य-सृजन, चित्रांकन, अध्यापन
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