राग

प्रेम अनुभूति का विषय है..इसीलिए इसकी अभिव्यक्ति की जरूरत सबको महसूस होती है.. अतः,अपनी मौलिक कविताओं व रेखाचित्रो के माध्यम से, इसे अभिव्यक्त करने की कोशिश कर रहा हू मैं यहाँ.

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मंगलवार, 20 नवंबर 2018

तीन बन्दर

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मेरा उसका कुछ-कुछ चल रहा था मान लो प्यार-मोहब्बत जैसा हम निगाहों से बाते करते थे और बातो से मुलाकाते हम एक-दुसरे ...
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रवीन्द्र भारद्वाज
काव्य-सृजन, चित्रांकन, अध्यापन
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