राग

प्रेम अनुभूति का विषय है..इसीलिए इसकी अभिव्यक्ति की जरूरत सबको महसूस होती है.. अतः,अपनी मौलिक कविताओं व रेखाचित्रो के माध्यम से, इसे अभिव्यक्त करने की कोशिश कर रहा हू मैं यहाँ.

▼
जरूरी था लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
जरूरी था लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
बुधवार, 3 अप्रैल 2019

जरूरी था

›
जरूरी था के हम तुम कुछ बात कर लेते  राज जो दिल में दबा रखा था हमने  जरूरी था उसका खुलना..  आरज़ू नही बचें ना कोई ख्वाहिश रही ...
5 टिप्‍पणियां:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
रवीन्द्र भारद्वाज
काव्य-सृजन, चित्रांकन, अध्यापन
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें
Blogger द्वारा संचालित.