राग

प्रेम अनुभूति का विषय है..इसीलिए इसकी अभिव्यक्ति की जरूरत सबको महसूस होती है.. अतः,अपनी मौलिक कविताओं व रेखाचित्रो के माध्यम से, इसे अभिव्यक्त करने की कोशिश कर रहा हू मैं यहाँ.

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सोमवार, 18 मार्च 2019

और तुम

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चिड़िया चाँद  और तुम  चहकते दहकते  रहते हो  हर बखत फूल  आकाश  और तुम महकते  मचलते  रहते हो  सतत  चित्...
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रवीन्द्र भारद्वाज
काव्य-सृजन, चित्रांकन, अध्यापन
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