राग

प्रेम अनुभूति का विषय है..इसीलिए इसकी अभिव्यक्ति की जरूरत सबको महसूस होती है.. अतः,अपनी मौलिक कविताओं व रेखाचित्रो के माध्यम से, इसे अभिव्यक्त करने की कोशिश कर रहा हू मैं यहाँ.

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मंगलवार, 12 मार्च 2019

ओ परी !

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ओ परी ! बड़ी प्यारी लग रही हो आज ! आज फिजाओं में मस्ती हैं  और सागर पर फेनिल लहरे  मेरे हाथ में काश ! तुम्हारा हाथ होता ! ...
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रवीन्द्र भारद्वाज
काव्य-सृजन, चित्रांकन, अध्यापन
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