राग

प्रेम अनुभूति का विषय है..इसीलिए इसकी अभिव्यक्ति की जरूरत सबको महसूस होती है.. अतः,अपनी मौलिक कविताओं व रेखाचित्रो के माध्यम से, इसे अभिव्यक्त करने की कोशिश कर रहा हू मैं यहाँ.

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शनिवार, 6 अप्रैल 2019

इन कजरारी आँखों ने - 2

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बड़े ही संगीन जुर्म को अंजाम दिया  तुम्हारी इन कजरारी आँखों ने  पहले तो नेह का समन्दर दिखाए  जिसमे डुबकी अनायास मैं भी नही लगाना ...
4 टिप्‍पणियां:
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रवीन्द्र भारद्वाज
काव्य-सृजन, चित्रांकन, अध्यापन
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