राग

प्रेम अनुभूति का विषय है..इसीलिए इसकी अभिव्यक्ति की जरूरत सबको महसूस होती है.. अतः,अपनी मौलिक कविताओं व रेखाचित्रो के माध्यम से, इसे अभिव्यक्त करने की कोशिश कर रहा हू मैं यहाँ.

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गुरुवार, 28 मार्च 2019

अब सबकुछ रफूचक्कर हो चुका हैं

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उसे  मुझसे ही प्यार था  भले न कह सकी वो  मुझसे  उसकी बातों में दम था  मैंने सोचकर सारी बातें  यही निष्कर्ष निकाला हैं  ...
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रवीन्द्र भारद्वाज
काव्य-सृजन, चित्रांकन, अध्यापन
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